"एक ऎसा चौ़कीदर... जो खोल दे🔑, आपके बंद क़िस्मत के द्वार ⛩️⛩️⛩️"
प्यारे मित्रों, आज मैं SaiShri आपसे एक चौकीदार की कहानी Share करने जा रही हूं।
उससे पहले मैं आपको बताती हूं, कि उस चौकीदार के काम करने का तरीका क्या हैं?🕵️... अपने घर के आंगन में एक खूबसूरत बगीचा☘️🍁 किसे अच्छा नहीं लगता हैं। हर किसी की ख्वाहिश होती हैं कि सुबह - सुबह की चाय☕ और अखबार 📰, हम अपने बगीचे बैठ के पिये। सुबह की ताजी हवा और पक्षियों🦜🐦 की आवाज किसे अच्छी नहीं लगती हैं?
मान लीजिए कि आपका ऐसा ही एक खूबसूरत बगीचा है, जिसमें आपने बड़े प्रेम से तरह तरह के सुन्दर फल - फूल के पेड़🌳पौधे🌱 लगाए हैं।
एक सुबह 🌄 जब आप अपने बगीचे में बैठकर चाय पी रहे थे, उसी वक़्त आपके पड़ोसी ने एक कचरे कि बाल्टी 🗑️आपके बगीचे में उलट दी😲😲😲। आप उसे एक दो बार प्रेम से समझाए भी, लेकिन वह तो ऐसा रोज़ रोज़ करने लगे, तो 🙄आप क्या करेंगे??? अपने बगीचे की रखवाली के लिए.. एक चौकीदार 👮रखेंगे। ताकि कोई आपका बगीचा खराब ना कर सके।
ऐसा ही एक बगीचा है, हमारा मस्तिष्क🧠।…विचार ही हर निर्माण की नीव है, अगर हम अच्छे विचार +ve सोचते है, तो अच्छा😊 परिणाम पाते हैं। अगर हम बुरे विचार -ve सोचते हैं, तो परिणाम भी 😟 बुरे होते हैं।
हमारा दिमाग भी एक बगीचे की तरह है। अब यह हम पर निर्भर है, कि हम उसमे (+ve) विचारो के सुन्दर पौधे लगाए, या (-ve) विचारो का कचरा जमा करें। एक सफल व्यक्ती हमेशा खुद को अच्छे विचार😇, अच्छे ज्ञान से परिपूर्ण करता है। वही असफल व्यक्ती हमेशा खुद को (-ve) विचार 🤯, व्यर्थ की बातों, इसकी उसकी चुगली करके, किसी ओर के द्वारा बुराई सुनकर… अपने ही दिमाग के बगीचे में कचरा जमा करता है।
अगर आप भी अपने जीवन में सफल होना चाहते हैं, तो आज से ही आप अपने बग़ीचे...यानि कि अपने दिमाग में +ve विचारों के लिए चौकीदार खुद ही बनना होगा। जो -ve विचारों के कचरे को अंदर ना आने दे!!!. किसी की व्यर्थ कि बातों को सुनकर 🙉🙈🙊अपने दिमाग में कचरा जमा ना करें।
हम जैसे विचारो को हमारे अंदर आने देंगे, हम अपने जीवन वैसे ही परिणाम को आकर्षित करेंगे ।🧲
मेरे इस लेख को प्रेम से पढ़ने और अपना किमती समय देने के लिए धन्यवाद🙏🙏🙏।




0 Comments